meghna Bhardwaj

जो तू नही तो

meghna Bhardwaj
जो तू नही तो

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27 Aug 2021

किस्मत आड़े आये तो भी उसका सिर पे रखा हाथ हर गम भुला देता था। पापा कहते हुए ही सुबह होती थी। पापा कहते ही शाम हुआ करती थी। पर अब बदल गया है वक़्त साथ नही है वो सक्श जिसके होने से अपना अलग ही रॉब था। किसी से डर नही लगता है अब एक बाप का ही बस मुझे खौफ था तेरे ही परछाई का एक फूल मुझमे खिला है पापा तेरे बिना ये सवेरे खाली तेरे बिना मेरी राते काली। मंदिरों में भी मैंने जाके ढूंढा घर पे जाके माँ से भी पूछा कहाँ है पापा बस इतना बता दो। Oooo oooo जो तू नही है कुछ भी नही कुछ भी नही। फिक्र जमाने की अब नही करूँगा तेरी ही बनाई राहो पर अब चलूंगा तेरे बाद जो मैं मर भी गया तो तुझसे आके जरूर मिलूंगा

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3 years ago

किस्मत आड़े आये तो भी उसका सिर पे रखा हाथ हर गम भुला देता था। पापा कहते हुए ही सुबह होती थी। पापा कहते ही शाम हुआ करती थी। पर अब बदल गया है वक़्त साथ नही है वो सक्श जिसके होने से अपना अलग ही रॉब था। किसी से डर नही लगता है अब एक बाप का ही बस मुझे खौफ था तेरे ही परछाई का एक फूल मुझमे खिला है पापा तेरे बिना ये सवेरे खाली तेरे बिना मेरी राते काली। मंदिरों में भी मैंने जाके ढूंढा घर पे जाके माँ से भी पूछा कहाँ है पापा बस इतना बता दो। Oooo oooo जो तू नही है कुछ भी नही कुछ भी नही। फिक्र जमाने की अब नही करूँगा तेरी ही बनाई राहो पर अब चलूंगा तेरे बाद जो मैं मर भी गया तो तुझसे आके जरूर मिलूंगा

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