कमाल
देखो राज़ मेरे लफ्ज रूप अनजान धुप ढली ये शाम जंग टूटी आज अप्नोसे प्यार हुआ सपनो से डरता नहीं कफनो से चलता रहु खुदसे ही खुदके कदमो से चंद आदते मेरी जो बने आज जो मेरे पहिलेसे plan ख्वाब सात बंद कमरे मे खुली किताब दफन कही हजार लफ्ज मेरे जवाब है आगाज़ उत्क्रांति उम्मीद भरे मेरे कुछ सवाल है कोई जादू लगे मेरी रूह को लगे कलम मेरी कमाल है पर बेटा जरा संभाल के देख पेटा निकला बाहर है हद से ज्यादा बे है सख्त मेरी बात सख्त मेरी जेब आज है
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देखो राज़ मेरे लफ्ज रूप अनजान धुप ढली ये शाम जंग टूटी आज अप्नोसे प्यार हुआ सपनो से डरता नहीं कफनो से चलता रहु खुदसे ही खुदके कदमो से चंद आदते मेरी जो बने आज जो मेरे पहिलेसे plan ख्वाब सात बंद कमरे मे खुली किताब दफन कही हजार लफ्ज मेरे जवाब है आगाज़ उत्क्रांति उम्मीद भरे मेरे कुछ सवाल है कोई जादू लगे मेरी रूह को लगे कलम मेरी कमाल है पर बेटा जरा संभाल के देख पेटा निकला बाहर है हद से ज्यादा बे है सख्त मेरी बात सख्त मेरी जेब आज है
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