shiva
Giimmmiiieeमहाकाल तू महादेव, तू जीवन का है सार तू। आदि नहीं ना अंत है तेरा, कैलाश है प्रिय बसेरा। जटा में गंगा,साथ मै नंदी, त्री लोक का है तू स्वामी। जब भी तूने नेत्र है खोला, हिली है धरती अम्बर डोला। सब ये पूछे तू कहा है , तेरे भीतर बसा शिवा है। वस्म लगाएं डमरू बजाए, वो सब जग से तर जाए, जिसने जपा नमः शिवाय हर ,हर,हर,,हर, हर महादेवा, श्रद्धा करू मै तेरी सेवा। साथ हमेशा रहना देवा,कृपा बनाए, जपु मै हरदम नमः शिवाय।
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महाकाल तू महादेव, तू जीवन का है सार तू। आदि नहीं ना अंत है तेरा, कैलाश है प्रिय बसेरा। जटा में गंगा,साथ मै नंदी, त्री लोक का है तू स्वामी। जब भी तूने नेत्र है खोला, हिली है धरती अम्बर डोला। सब ये पूछे तू कहा है , तेरे भीतर बसा शिवा है। वस्म लगाएं डमरू बजाए, वो सब जग से तर जाए, जिसने जपा नमः शिवाय हर ,हर,हर,,हर, हर महादेवा, श्रद्धा करू मै तेरी सेवा। साथ हमेशा रहना देवा,कृपा बनाए, जपु मै हरदम नमः शिवाय।
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