Meri Kahani 4.0
25 सालों से एक बात रोज सताए इन गुनाहों कि क्या जानू क्या रजा है गमो के बादल से छूटा नहीं पीछा फिर भी मेरी मा मेरी खुशी की वजह है छुपाए है उससे भी राज कहीं हर जख्म का इलाज वहीं सच्चे प्यार का जज़्बात वहीं उसकी वाणी की हर एक बात सही बाते सुनके होता हूं में नम हसी देखके भूलता हूं में गम चोट से भी ना दुखता है वो मन क्योंकि करण से भी सच्चे है करम भरम था मुझे कि हूं में बड़ा कमजोर दिल रोता था देके खुदको ही एक दोष मा ही समजती है अपने बच्चो की पीढ़ा उसके शब्दों ने ही भरा मुझमें नया जोश मा मेरी प्यारी वो सबसे है न्यारी सबको मात दे वो ऐसी है नारी जारी कर दे अगर कोई हुकुम तो पूरा करके लूंगा में सुकून परियों से भी वो है सुंदर कभी किसीको ना दे वो अंतर प्यार करूं उसे में इतना गहरा जितना होता समंदर होश आया तब कुछ ना था मेरे हाथ में हाथ था तेरा मुझपे तभी हुआ आबाद में भरोसा है खुदपे मा का साथ है साथ में सारी खुशियां दू उसे ऐसा मेरा ख्वाब है
Leave a comment
𝙉𝙞𝙘𝙚 𝙞𝙩'𝙨 𝙤𝙣 𝙩𝙝𝙚 𝙬𝙖𝙮 𝙠𝙚𝙚𝙥 𝙞𝙩 𝙪𝙥 𝙢𝙮 𝙛𝙧𝙚𝙞𝙣𝙙 𝙜𝙤𝙤𝙙 𝙗𝙖𝙨𝙚 😍
@indian_rapper_ sure
@harshalbagul no.prblm sir G
You may also like