feelings hart
यो..... फीलिंग बाहर आ रही है...... कौन है जो मुझे सता रही है..... जब से लगा मेरे शहर लॉकडॉउन.... जेल सा लगे मुझे अपना ये टाउन.... अपना ही रूम अब ज़हर लगे..... आखिर कब तक कोई घर मे रहे.... दूध आटा दाल चावल कहाँ से भरे..... कोई ना पूछे गरीब भूखा मरे.....
Leave a comment
यो..... फीलिंग बाहर आ रही है...... कौन है जो मुझे सता रही है..... जब से लगा मेरे शहर लॉकडॉउन.... जेल सा लगे मुझे अपना ये टाउन.... अपना ही रूम अब ज़हर लगे..... आखिर कब तक कोई घर मे रहे.... दूध आटा दाल चावल कहाँ से भरे..... कोई ना पूछे गरीब भूखा मरे.....
You may also like