Sky_09-04
Ankit Guptaअब तुम्हें क्या बताएं है हिज़र की रात क्या ,,, है दर्द क्या अलगाव क्या ना मैं लिख सकूंगा ना समझोगे तुम की है बात क्या Rap वैसे तो पास मेरे जवाब था तेरी हर बात का पर मुझे ख्याल था तेरे जज्बात का अब यार मेरे साथ के पीते हैं सिगरेटें चाय के साथ में ,, में पीता हूं तुम्हारी यादों का कश हर घूंट के साथ में रहता हू अक्सर खोया सा , जैसे अवसाद में #can be used (अब हंसता भी नहीं हूं कि छुपाता हूं हर घाव मैं) #can be used ( दूरी है मेरी सबसे की डरता हूं उसको खोने से जिसके भी होता पास मैं) Rap अक्सर जब मिलते थे टपरी पर होती थी लंबी बातें तब बीते घंटे ,लगते थे लम्हा तब अब देखो ,कितना तनहा मैं रह गई है ,तेरी यादें बस अब तुम्हें क्या बताएं है हिज़ की रात क्या है दर्द क्या अलगाव क्या ना मैं लिख सकूंगा ना समझोगे तुम की है बात क्या
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अब तुम्हें क्या बताएं है हिज़र की रात क्या ,,, है दर्द क्या अलगाव क्या ना मैं लिख सकूंगा ना समझोगे तुम की है बात क्या Rap वैसे तो पास मेरे जवाब था तेरी हर बात का पर मुझे ख्याल था तेरे जज्बात का अब यार मेरे साथ के पीते हैं सिगरेटें चाय के साथ में ,, में पीता हूं तुम्हारी यादों का कश हर घूंट के साथ में रहता हू अक्सर खोया सा , जैसे अवसाद में #can be used (अब हंसता भी नहीं हूं कि छुपाता हूं हर घाव मैं) #can be used ( दूरी है मेरी सबसे की डरता हूं उसको खोने से जिसके भी होता पास मैं) Rap अक्सर जब मिलते थे टपरी पर होती थी लंबी बातें तब बीते घंटे ,लगते थे लम्हा तब अब देखो ,कितना तनहा मैं रह गई है ,तेरी यादें बस अब तुम्हें क्या बताएं है हिज़ की रात क्या है दर्द क्या अलगाव क्या ना मैं लिख सकूंगा ना समझोगे तुम की है बात क्या
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