gunahgaar
Himanshu Guptaये हमारी मोहब्बत है या कुछ और ये तो पता नही, लेकिन जो तुमसे है, वो किसी और से नही। दीवाना हूँ तेरा मुझे इंकार तो नही, कैसे मैं कह दूँ मुझे प्यार नही, कुछ शरारत तो तेरी निगाहों की भी थी, मैं अकेला इसका गुनहा गार तो नही।
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ये हमारी मोहब्बत है या कुछ और ये तो पता नही, लेकिन जो तुमसे है, वो किसी और से नही। दीवाना हूँ तेरा मुझे इंकार तो नही, कैसे मैं कह दूँ मुझे प्यार नही, कुछ शरारत तो तेरी निगाहों की भी थी, मैं अकेला इसका गुनहा गार तो नही।
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