बंदा पहला नहीं यहां मैं हूं अकेला दिल में छुपा है मेरे शब्दों का ज्वाला। मुश्किल से संभाला अपने आप को। बुक पर उतारा इस rap को। अब तो लगे नामुमकिन चुप रहना। zilate सोऊंगा, लेकिन कहूंगा जो है कहना। कहने को तो यह आजादी है, लेकिन सच तो यह है की वह भी आधी आधी है।
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बंदा पहला नहीं यहां मैं हूं अकेला दिल में छुपा है मेरे शब्दों का ज्वाला। मुश्किल से संभाला अपने आप को। बुक पर उतारा इस rap को। अब तो लगे नामुमकिन चुप रहना। zilate सोऊंगा, लेकिन कहूंगा जो है कहना। कहने को तो यह आजादी है, लेकिन सच तो यह है की वह भी आधी आधी है।
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