Mere Priy Kanhaiya!
RC Rabble___मेरे प्रिय कन्हैया!___ Yo, check it out, Yo,RC Rabble is here, RC Rabble presents a poetry on "Mere Priy Kanhaiya!"... Now let's start, get started, सुकून की तलाश में, मैं सारा जग घूमेया, पर मुझको नहीं मिला! तुझ जैसा कोई, ओ मेरे कन्हैया! मेरा दिल है वृंदावन, तू बस उसमें बस जा! मेरे दिल के हर एक व्यथा को, तू अपने मनोहर रूप से हर जा! मेरा दिल है वृंदावन, तू बस उसमें बस जा! मेरे दिल के हर एक व्यथा को, तू अपने मनोहर रूप से हर जा! तू मेरे जीवन के रथ का सारथि, फ़िर क्या ज़रूरत मुझको किसी और यार की, जो सिर्फ़ दो पग ही चलते हैं, इसलिए मुझे सख़्त से सख़्त ज़रूरत है, तुझ जैसे जीवन आधार की! जिस तरह अर्जुन ने तेरे कहने पे दुनिया को त्यागा, फ़िर तोड़ दिया फीके रिश्तों का धागा, उसी तरह मैं भी सारा ये मोह त्याग दूंगा, तुझे पाकर मैं मेरे प्रिय माधव विजय ध्वजा! सुकून की तलाश में, मैं सारा जग घूमेया, पर मुझको नहीं मिला! तुझ जैसा कोई, ओ मेरे कन्हैया! मेरा दिल है वृंदावन, तू बस उसमें बस जा! मेरे दिल के हर एक व्यथा को, तू अपने मनोहर रूप से हर जा! Yo,now RC Rabble is logging out, Hope you all like it my hip hop poetry, till then, all my loving people, peace out!
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Acha hai bhai Keep it up
Strong Bars 💪
Sweet 🍬
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