OM Namasivay
शिव का नाम जो जपते हैं पल पल वो यहाँ हँसते हैं इस धरती के कण कण में मेरे शिव बाबा जी बसते हैं जय शिव शंभू का जाप करेंगे जान कर ना कोई पाप करेंगे अगर अनजाने में भुल हुई तो है यकिन प्रभु हमें माफ़ करेंगे इस दुनिया से बेगाना हूँ Ladka मैं अनजाना हूँ तकलीफों की परवाह नहीं शिव शंभू का एक दीवाना हूँ काल है अकाल है वही महाकाल है समय की चाल है भक्तों की ढाल है प्रचंड है अखंड है पापों का दंड है भक्तों के संग में भक्ति का घमंड है सूरज का ताप है शांति का जाप है धरती है आकाश है ब्रह्मांड का नाप है तीन लोक दंग है यही उनका ढंग है अमृत का कुंभ है विष का भुजंग है
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