Maddy

sangthan

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24 May 2022

चल Bahi चल tez चल चल घरपे बैठे कब तक घर पे मेरे से सब तंग करता जब भी मैं krtavy बैठ k sanghgdhan mayvsatsang bn k durlabh आती मुझको खुद पे लव sabke मन k अंदर chal kpat जरा thar तू मेरा कल सीन बना रखा हैं जो मैंने गंगा जल दे k खुद k पैरों मे bal फसा pra jyse dal dal kapta na mai thndi may thar thar sar पर umeed Bari nseeb खड़ी दूर कहि मुझे तू ghur नहीं मैं ज्यादा दूर नहीं तुझे खाने का lorr नहीं 2 पल k साथ वो फिर bhul गयी kyu तू दूर गयी मालुम नहीं jda छोड़ो kanun नहीं काट दू वहीँ जो बनते मेरे fasi k fande हम तेरे बंदे से ज्यादा हैं गंदे जब देखु लड़की तो होने लगते उसके लिये dange उसके पीछे पड़े जितने हो गये वो ganje हम तो करते अभि भी same dhnde ढंग से हाथ मे klam lalchi मेरा मन कर देता dfan ला k kfan khod ले मेरे लिए kbar मैं prjati duralbh देख k berry जाती sulabh चिता pe hai लेटे जो हम चिंता की कसम azeeb ksmokas may हम रहते fuk k mastmlang बस्ती k संग बस्ती में zung कर देता सबको nang देख k उसकी surkhbdan सुखी होते हमसे hjam ला kas zneen और अस्मा होता हैं ferk गिरा zmeen pe था न wo sangmarmar ka fersh फिर हुआ jokhud se अलग जलती गयी मेरी tlab कहते मुझे सब kysa तू है ठग देख k खुद को नंग रह गया ढंग अता न मुझे ढंग कहने को sabd srak se हम करते jo circus क़द्र कर इस काला की na की abla से bla की mulakat may slah Di jyse ज़िंदगी swar Di karne लगा awargi फिर अंदर से मेरे उसने आवाज Di कहने को बातें टूटे sakh की अंदर से jajbat ko मैंने rakh ki जब रियल चीज को sarko पे jach की खुद ko बर्बाद कर vk swar li bite मेरे जो 4 दिन तारीफ को रहा मैं gin तारिक prte cort may मेरे her दिन करता हर दिल से डिल फिर आती मुझे फील bhrte jyse मेरे fukne की बिल मैं bilkul ठीक करता बात mother की bahaso may करना जनता पाप लेकिन तू लगता न mother की अपनी जात क़द्र कर art मैं रहता kalewswar k पास शुरू से साथ सूर k pas हैं उसका आशीर्वाद ले durlabh विचार देता जो akar अकड़ kurte k साथ bitha मैं gatar k पास 72 the साथ btarr हैं हाल करता रियल krtab की बात bhagte ये regne वाली जात रखता सबकी काट फेक सबd krwaunga na ज्यादा सब्र तेरे zameen may मिलेगा तुझे तेरी कब्र होगी न किसी को kbhar

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2 years ago

चल Bahi चल tez चल चल घरपे बैठे कब तक घर पे मेरे से सब तंग करता जब भी मैं krtavy बैठ k sanghgdhan mayvsatsang bn k durlabh आती मुझको खुद पे लव sabke मन k अंदर chal kpat जरा thar तू मेरा कल सीन बना रखा हैं जो मैंने गंगा जल दे k खुद k पैरों मे bal फसा pra jyse dal dal kapta na mai thndi may thar thar sar पर umeed Bari nseeb खड़ी दूर कहि मुझे तू ghur नहीं मैं ज्यादा दूर नहीं तुझे खाने का lorr नहीं 2 पल k साथ वो फिर bhul गयी kyu तू दूर गयी मालुम नहीं jda छोड़ो kanun नहीं काट दू वहीँ जो बनते मेरे fasi k fande हम तेरे बंदे से ज्यादा हैं गंदे जब देखु लड़की तो होने लगते उसके लिये dange उसके पीछे पड़े जितने हो गये वो ganje हम तो करते अभि भी same dhnde ढंग से हाथ मे klam lalchi मेरा मन कर देता dfan ला k kfan khod ले मेरे लिए kbar मैं prjati duralbh देख k berry जाती sulabh चिता pe hai लेटे जो हम चिंता की कसम azeeb ksmokas may हम रहते fuk k mastmlang बस्ती k संग बस्ती में zung कर देता सबको nang देख k उसकी surkhbdan सुखी होते हमसे hjam ला kas zneen और अस्मा होता हैं ferk गिरा zmeen pe था न wo sangmarmar ka fersh फिर हुआ jokhud se अलग जलती गयी मेरी tlab कहते मुझे सब kysa तू है ठग देख k खुद को नंग रह गया ढंग अता न मुझे ढंग कहने को sabd srak se हम करते jo circus क़द्र कर इस काला की na की abla से bla की mulakat may slah Di jyse ज़िंदगी swar Di karne लगा awargi फिर अंदर से मेरे उसने आवाज Di कहने को बातें टूटे sakh की अंदर से jajbat ko मैंने rakh ki जब रियल चीज को sarko पे jach की खुद ko बर्बाद कर vk swar li bite मेरे जो 4 दिन तारीफ को रहा मैं gin तारिक prte cort may मेरे her दिन करता हर दिल से डिल फिर आती मुझे फील bhrte jyse मेरे fukne की बिल मैं bilkul ठीक करता बात mother की bahaso may करना जनता पाप लेकिन तू लगता न mother की अपनी जात क़द्र कर art मैं रहता kalewswar k पास शुरू से साथ सूर k pas हैं उसका आशीर्वाद ले durlabh विचार देता जो akar अकड़ kurte k साथ bitha मैं gatar k पास 72 the साथ btarr हैं हाल करता रियल krtab की बात bhagte ये regne वाली जात रखता सबकी काट फेक सबd krwaunga na ज्यादा सब्र तेरे zameen may मिलेगा तुझे तेरी कब्र होगी न किसी को kbhar

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